रांची: रांची में सरस्वती पूजा के मूर्ति विसर्जन को लेकर गाजे बाजे के साथ जुलूस निकाला जा रहा था. उसी दौरान एके-47 हथियार से ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए डबल मर्डर की खौफनाक घटना को अंजाम दिया था. भारतीय सेना के जवान मनोहर टोपनो ने अपने सहयोगी और सुनील के साथ मिलकर. रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत कतरपा गांव के रहने वाले बुधराम मुंडा और मनोज कच्छप की हत्या की थी. वहीं अब इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

सरस्वती पूजा के विसर्जन के दौरान की हत्या
जानकारी के मुताबिक, जिन दो लोगों की हत्या की गई थी वो सेना के जवान के रिश्ते में चाचा और भतीजा थे. दोनों को सरस्वती पूजा के विसर्जन के दौरान ही गोलियों से भून दिया गया था. वहीं इस हत्याकांड की घटना से प्रशासनिक महाकमे में हड़कंप मच गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची के एसएसपी के निर्देश पर रांची के ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में एक SIT टीम का गठन किया गया था. गठित SIT में ग्रामीण एसपी के साथ-साथ डीएसपी मुख्यालय टू अरविंद कुमार सहित रातू, नगड़ी थाना के साथ-साथ दलादली ओपी की पुलिस को शामिल किया गया था.

SIT ने 30 घंटे में किया गिरफ्तार
रांची एसएसपी की अध्यक्षता में गठित SIT टीम ने विभिन्न तकनीकी पहलुओं और विभिन्न बिंदुओं की जांच करते हुए घटना के महज 30 घंटे के अंदर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. भारतीय सेना के जवान मनोहर टोपनो भी शामिल है. भारतीय सेवा के जवान मनोहर टोपनो के द्वारा अपनी ही आर्मी यूनिट से एक एके-47 चुराई गई थी. जिसे उसने चुरा कर अपने सहयोगी सुनील कच्छप की सहायता से कुपवाड़ा से रांची लाया था. वहीं चोरी की गई एके-47 हथियार से डबल मर्डर की घटना को अंजाम दिया गया.

जमीनी विवाद था हत्या का कारण
रांची के एसएसपी ने बताया कि दोहरे हत्याकांड की घटना को भारतीय सेवा के जवान मनोहर टोपनो ने सेना की यूनिट से ही चोरी की गई एके-47 हथियार से अंजाम दिया गया था. इस मामले में उसे सहयोग करने वाले सुनील कच्छप को भी गिरफ्तार किया गया. डबल मर्डर की घटना के पीछे जमीन का विवाद था. इसके साथ ही एके-47 हथियार और एके-47 की 6 जिंदा गोलियां भी बरामद की है. वहीं एक वैगन आर कार भी जब्त किया है.