रांची। रांची में सुबह 6 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। बंगाल की खाड़ी में भूकंप का केंद्र बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता का रिकॉर्ड अभी सामने नहीं आया है। विभाग जल्द ही इसपर जानकारी देगा। वहीं, इस भूकंप से अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। फिलहाल लोगों को घबरानी की जरूरत नहीं है लेकिन सावधान रहने की जरूरत जरूर है।

बता दें कि रांची के अलावा कोलकाता और ओडिशा के कई जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। समुद्र किनारे रहने वाले लोगों को तेजी से झटका महसूस हुआ। ओडिशा में भूकंप की तीव्रता 5.1 थी।

चाईबासा में भूकंप का झटका, घरों से निकले लोग
मंगलवार की सुबह लगभग 6 बजे के करीब जब लोग सो कर उठ रहे थे, इस दौरान चाईबासा के लोगों को भी भूकंप का झटका महसूस हुआ। इसके अलावा आसपास के क्षेत्र में इसका एहसास लोगों ने किया। भूकंप के कारण कुछ लोग घरों से निकलकर देखने लगे। हालांकि, कुछ लोग सोए रहने के कारण उन्हें कुछ महसूस ही नहीं हुआ।

हालांकि इस दौरान किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है। कुछ लोग भूकंप को महसूस करते हुए घरों से निकल गए और आसपास के लोग भी निकाल कर भूकंप की चर्चा करने लगे।

भूकंप के दौरान क्या करें
जमीन पर बैठ जाएं, अपने सिर और गर्दन को अपने हाथों से ढक लें और किसी मजबूत वस्तु जैसे कि टेबल या डेस्क को पकड़ लें।
यदि आप घर के अंदर हैं, तो दरवाजे या खिड़कियों से दूर रहें और किसी मजबूत कमरे में जाएं।
भूकंप के दौरान बाहर निकलने की कोशिश न करें, क्योंकि बाहर की स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
भूकंप के दौरान लिफ्ट का उपयोग न करें, क्योंकि यह फंस सकती है या गिर सकती है।

भूकंप के बाद क्या करें
भूकंप के बाद सावधानी से बाहर निकलें और अपने आसपास की स्थिति का मूल्यांकन करें।
यदि आपके आसपास कोई चोटिल है, तो उनकी मदद करें और यदि संभव हो तो उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाएं।
भूकंप के बाद गैस और बिजली की जांच करें और यदि कोई समस्या है, तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
यदि आपका घर या इमारत सुरक्षित नहीं है, तो सुरक्षित स्थान पर जाएं और वहां तक रहने के लिए आवश्यक वस्तुओं को साथ ले जाएं।

भूकंप क्यों आता है?
बता दें कि पृथ्वी की 4 मुख्य प्लेट हैं, जिन्हें इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहा जाता है। जानकारी के अनुसार, पृथ्वी के नीचे मौजूद प्लेट्स तेजी से घूमती रहती हैं, जिसके आपस में टकराने पर पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन शुरू होता है।

जब ये प्लेट्स अपनी जगह से अचानक खिसकती हैं तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। इसती जितनी रफ्तार रहती है उतने तेजी से भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।