होली से पहले घर ले आएं ये 4 खास चीजें, घर से नकारात्मक ऊर्जा हमेशा के लिए होगी छूमंतर
हिंदु पंचांग के अनुसार होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस साल 14 मार्च, शुक्रवार को होली खेली जाएगी और होलिका दहन इसके एक दिन पहले यानी 13 मार्च, गुरुवार के दिन किया जाएगा. रंगों के त्योहार होली की जितनी पौराणिक मान्यता है उतना ही वास्तु शास्त्र में भी इसका बहुत अधिक महत्व माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर होली के पहले कुछ चीजें घर लाने से सालभर बरकत बनी रहती है और कभी भी धन-धान्य में कमी नहीं आती है.
वास्तुशास्त्र बताए गए कुछ विशेष चीजों को आप होलाष्टक से लेकर होली तक इन चीजों का घर लेकर आ सकते हैं. इससे ना सिर्फ आपका भाग्योदय होता है बल्कि आपके घर पर सदैव मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है.
होली से पहले घर ले आएं ये चीजें
बांस का पौधा:
होली पर आप अपने घर में बैम्बू ट्री भी ला सकते हैं. वास्तु शास्त्र में बैम्बू ट्री या बांस के पौधे को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. मान्यता है कि जिस घर में बांस के पौधे होते हैं वहां नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं होता और घर में सुख शांती बनी रहती है.
तोरण:
वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर तोरण लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. इसलिए होली पर्व से पहले अपने घर पर मुख्य द्वार पर तोरण लगाने से घर पर सकारात्मकता आती है और इस तोरण को शुभ दिन व त्योहार पर बांधने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सदैव वास करती है.
चांदी का सिक्का:
होली पर आप चांदी का सिक्का भी घर में लेकर आ सकते हैं. इस चांदी के सिक्के की पूजा करें और फिर इसे लाल या पीले रंग के कपड़े में बांध दें. कपड़े में बंधे इस सिक्के को तिजोरी में रखने से आर्थिक परेशानी दूर होती है.
कछुआ:
कछुए को भगवत स्वरुप माना जाता है. माना जाता है कि अगर आप होली पर्व पर धातु से बना कछुआ घर में लाते हैं तो इससे मां लक्ष्मी की कृपा घर पर बनी रहती है. लेकिन ध्यान रखें कि कछुए की पीठ पर श्रीयंत्र या कुबेर यंत्र बना होना चाहिए.