दुबई क्रिकेट ग्राउंड में बॉलिंग करते समय वरुण चक्रवर्ती ने बताया किस-किस ने दी मदद
पहले सेमीफाइनल में भारत का सामना चार मार्च को ऑस्ट्रेलिया से होगा। भारत ने इस मैच में एक अलग ही रणनीति दिखाई। चार स्पिनर्स के साथ उतरने का भारत का फैसला सही साबित हुआ। वरुण चक्रवर्ती वाकई में भारत के एक्स फैक्टर साबित हुए हैं।
पहली पारी की समाप्ति के समय ऐसा लग रहा था कि भारत बल्लेबाजी में पीछे रह गया है और उनके पास बचाने के लिए बहुत रन नहीं हैं। हालांकि, भारत के स्पिनर्स ने न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को पूरी तरह बांधकर रख दिया। मिस्ट्री स्पिनर्स के नाम से प्रसिद्ध वरुण चक्रवर्ती ने पांच विकेट चटकाए।
नर्वस थे वरुण चक्रवर्ती
वरुण चक्रवर्ती ने मैच के बाद कहा, शुरुआती दौर में मैं नर्वस महसूस कर रहा था। भारत के लिए ज्यादा वनडे नहीं खेले हैं। इसलिए नर्वस था। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, बेहतर महसूस करने लगा। विराट, रोहित, श्रेयस, हार्दिक- सभी मुझसे बात कर रहे थे और मुझे शांत रहने के लिए कह रहे थे।
'टर्निंग पिच नहीं थी'
वरुण ने आगे कहा, मुझे कल रात पता चला कि मैं खेल रहा हूं। देश के लिए खेलने की उम्मीद कर रहा था और आगे देखने को तैयार था, लेकिन घबराहट थी। यह पूरी तरह से टर्निंग पिच नहीं थी, लेकिन अगर सही जगहों पर गेंदबाजी की जाए तो मदद मिल रही थी। कुलदीप, जड्डू, अक्षर- सभी ने जिस तरह गेंदबाजी की, यहां तक कि तेज गेंदबाजों ने भी, ये पूरी टीम का संयुक्त प्रयास था।
ऐसा दूसरी बार हुआ
बता दें कि न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के स्पिनर्स ने मध्य ओवरों (11-40) में कुल 29 ओवर फेंके, जबकि मोहम्मद शमी ने एक ओवर डाला। 2002 के बाद यह सिर्फ दूसरी बार हुआ है जब भारत ने किसी मेंस के वनडे में पूरे मध्य ओवरों के दौरान स्पिनरों से गेंदबाजी कराई। इससे पहले ऐसा सिर्फ 2002 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ हुआ था।
दुबई में ही लगा था वरुण पर कलंक
गौरतलब हो कि वरुण चक्रवर्ती ने इसी ग्राउंड पर 2021 T20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेला था, जिसके बाद उनके करियर पर एक ब्रेक लग गया था। अब उसी मैदान पर उन्होंने पांच विकेट लेते हुए बेहतरीन वापसी की है।