झारखंड में अंधविश्वास के चलते 70 वर्षीय बुजुर्ग की कुल्हाड़ी से हत्या
आधुनिकता के इस दौर में एक तरफ भारत देश चांद तक पहुंच गया है. वहीं, दूसरी तरफ देश के कई राज्यों में आज भी जादू- टोना जैसी सामाजिक कुरीतियों के चलते लोगों की हत्या की जा रही है. ऐसा ही एक अजीबोगरीब मामला झारखंड के गढ़वा जिला से सामने आया है, जहां अंधविश्वास के चलते एक 70 साल के बुजुर्ग की कुल्हाड़ी से काटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई है. आरोपी को शक था कि उसके भाई की मौत जादू-टोने के चलते हुई है, जिसे मृतक ने करा था. पुतूर गांव में रहने वाले बुजुर्ग रामधनी बैठा का राजेश्वर बैठा और संजय बैठा के बीच पिछले कई महीनों से डायन बिसाही को लेकर विवाद चल रहा था. इस बीच राजेश्वर के भाई मनोज बैठा की मौत हो गई थी, जो कि होमगार्ड में तैनात थे. इसके बाद राजेश्वर का बुजुर्ग से विवाद और ज्यादा गहरा गया. आरोपी राजेश्वर बैठा को शक था कि उसके भाई की असमय हुई मृत्यु के लिए कहीं ना कहीं वृद्ध रामधनी बैठा जिम्मेदार है.
छुट्टी लेकर गांव पहुंचा था आरोपी
राजेश्वर को शक था कि मनोज बैठा की मौत जादू टोना किए जाने के कारण हुई है और उस पर कालू जादू किसी और ने नहीं बल्कि पड़ोस में रहने वाले रामधन बैठा ने किया था. इसी बीच रविवार को आरोपी राजेश्वर बैठा जो धनबाद पुलिस के जिला बल में कार्यरत है वह छुट्टी लेकर अपने गढ़वा जिला के धुरकी थाना क्षेत्र अंतर्गत अपने गांव पहुंचा और सीधे रामधनी बैठा को खोजते हुए उनके घर पहुंच गया.
काला जादू करने के शव में बुजुर्ग की हत्या
उसने पहले बुजुर्ग के घर में तोड़फोड़ की और फिर इसके बाद उसने रामधनी बैठा की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी. हत्या की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी होते ही मौके पर भारी पुलिस बल तुरंत पहुंच गया. धुरकी थाना पुलिस ने मृतक रामधनी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गढ़वा भेज दिया है. हत्याकांड के आरोपी राजेश्वर बैठा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस इधर-पकड़ छापेमारी कर रही है.