बिहार में फिर नीतीश की कमान: विधानसभा चुनाव में NDA का भरोसा बरकरार
नई दिल्ली । बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव हैं और एनडीए पूरी मजबूती के साथ इस चुनाव में उतरने वाली है। नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि हम आगामी चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेंगे। चिराग पासवान हमारे गठबंधन का अहम हिस्सा हैं और वह पांच ‘पांडवों’ में से एक ‘पांडव’ हैं। हम सभी मिलकर इस महाभारत को जीतेंगे। केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।
बिहार चुनाव को लेकर एनडीए की तैयारी पर उन्होंने कहा कि एनडीए के पांचों घटक दल बिहार के विकास, लोगों और राज्य के कल्याण के लिए एकजुट हैं। जन कल्याण और बुनियादी ढांचे के लिए हमने जो सामूहिक काम किया है, उससे लोगों का हम पर भरोसा मजबूत हुआ है, जिसका निश्चित रूप से आगामी चुनावों में हमें राजनीतिक रूप से लाभ मिलेगा।
बिहार चुनाव में अपनी भूमिका के बारे में उन्होंने कहा कि हम भाजपा के कार्यकर्ता रहे हैं, मैं उप मुख्यमंत्री रहा हूं। पार्टी जब विधानसभा का चुनाव लड़ेगी तो हमारे जैसे कार्यकर्ताओं की भूमिका बढ़ेगी।
बिहार में अब कोई पाकिस्तानी नागरिक नहीं, 27 अप्रैल की समयसीमा से पहले भेजे जाने पर पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर एनडीए की सरकार जो फैसला लेगी उसका बिहार की सरकार भी पालन करेगी।
एनडीए में मुकेश सहनी की वापसी पर पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि वह एनडीए के बारे में बार-बार जो चर्चा कर रहे हैं, इसका मतलब उनके मन में अभी भी कसक है कि एनडीए हमें साथ में ले। एनडीए महासागर है और वो इसमें डुबकी लगाना चाहते हैं। हमारे दरवाजे खुले हैं। वो आ सकते हैं।
पशुपति पारस के इंडी अलायंस में शामिल होने पर पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि इंडी अलायंस की स्थिति क्या है,यह किसी से छिपी नहीं है। हम पशुपति पारस का सम्मान करते हैं। हम तो चाहेंगे कि वह एनडीए के साथ रहें। उनका भविष्य इंडी अलायंस में नहीं है।